भारत में खनिज उद्योग एक प्रमुख आर्थिक गतिविधि है, जो भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। खनन उद्योग का जीडीपी में योगदान 2.2% से 2.5% तक होता है, हालांकि कुल औद्योगिक क्षेत्र के हिसाब से देखा जाये तो यह जीडीपी में 10% से 11% के आसपास योगदान देता है। यहां तक कि छोटे पैमाने पर किए गए खनन से खनिज उत्पादन का भी कुल खनन में 6% का योगदान रहता है। भारतीय खनन उद्योग लगभग 700,000 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
2012 तक, भारत अभ्रक का सबसे बड़ा उत्पादक, लौह अयस्क का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और दुनिया में बॉक्साइट का पांचवा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत के धातु और खनन उद्योग का अनुमान 2010 में $106.4 बिलियन था।
भारत में खनिज संसाधनों के प्रकार
भारत के प्रमुख खनिज संसाधनों को कई समूहों में वर्गीकृत किया जा सकता है। भारत में लगभग 88 खनिजों का उत्पादन किया जाता है, जिनमें से 26 धातु और गैर-धातु खनिज संयुक्त हैं, 55 लघु खनिज हैं, 4 ईंधन खनिज हैं और 3 परमाणु खनिज हैं।
धात्विक खनिज संसाधन
धात्विक खनिज संसाधनों को कच्ची अवस्था में पृथ्वी से निकाला जाता है और इस अवस्था में उन्हें खनिज अयस्क कहा जाता है। आमतौर पर अन्य खनिजों के साथ रासायनिक संयोजन में यौगिकों के रूप में धातुएं मौजूद होती हैं। इनमें से कुछ ही खनिज शुद्ध अवस्था में होते हैं। भारत में पाए जाने वाले धात्विक खनिज लौह अयस्क, तांबा, मैंगनीज अयस्क, सीसा, जस्ता, टिन, बॉक्साइट, क्रोमाइट, चांदी और सोना हैं।
गैर-धातु खनिज संसाधन
गैर-धातु खनिज संसाधनों में धातु नहीं होती है और इनका उपयोग गैर-धातुओं जैसे कि सल्फर, फॉस्फोरस, कार्बोनेट आदि के निष्कर्षण के लिए किया जाता है। चूना पत्थर, सुरमा, अभ्रक और जिप्सम लवण कुछ महत्वपूर्ण गैर हैं।
ईंधन खनिज संसाधन
ईंधन खनिज संसाधन हाइड्रोकार्बन युक्त प्राकृतिक संसाधन हैं जो पूरी तरह से जैविक स्रोतों से प्राप्त नहीं होते हैं। भारत में उत्पादित ईंधन खनिज संसाधन कोयला, लिग्नाइट, प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम हैं।
परमाणु खनिज संसाधन
परमाणु खनिज संसाधन यूरेनियम और थोरियम जैसे रेडियो-तत्वों वाले खनिज हैं और वे खनिज जिनमें रेडियो-तत्व अल्प मात्रा में हैं। रेडियो तत्व रेडियोधर्मिता के विशिष्ट गुण प्रदर्शित करते हैं और इसलिए परमाणु खनिजों को रेडियोधर्मी खनिज के रूप में भी जाना जाता है।
भारत के प्रमुख खनिज
खनिज सम्पदा की दृष्टि से भारत की गणना विश्व के खनिज संसाधन सम्पन्न देशों में की जाती है । प्रमुख खनिज संसाधन एवं उनका वितरण तथा प्रमुखता वाले राज्यों एवं क्षेत्रों का विवरण निम्नवत है :
1. लौह अयस्क (Iron ore)
-विश्व में इस खनिज का जितना संचित भंडार है उसका एक चौथाई (28 अरब टन, अनुमानित) भारत में है । भारत का लौह अयस्क सर्वोच्च कोटि का है जिसमें शुद्ध लोहे का अंश 60 से 90 प्रतिशत है । भारत में सबसे अधिक लौह अयस्क झारखंड और उड़ीसा के क्षेत्रों में पाये जाते हैं।
विवरण—मुख्य खाने झारखडं के सिंहभूम जिला के नोआमुडी, गुआ और जाम उड़ीसा के क्योनझर के बड़बिल, मेघाहाता और बगियाबुरू, बोनाई के बरसुआ और किरुवम्। तथा मयूरभंज के गोरु महिसानी, सुलेपत और बादाम पहाड़ में है। अन्य क्षेत्र छत्तीसगट के दुर्ग जिला के ढ़ाली-रजहरा, बस्तर जिला के बैलाडीला और रायगढ़ जिला, मध्य प्रदेश के जबलपुर, बालघाट, महाराष्ट्र के चंदा और रत्नगिरि जिला, गोआ, कर्नाटक के बाबा का बूदन पहाड़ी, बेलारी, चितल, कुद्रमुख और गंगामुला, आन्ध्र प्रदेश के नेलोर, कुडप्पा, कर्नूल और वारंगल, तमिलनाडु के सलेम, तिरुचिरापल्ली और राजस्थान के अलवर जिला में है।

निर्यात-जापान, कोरिया, ईरान, रूमानिया, इटली, चेकोस्लोवाकिया, हॉलैण्ड आदि देशों को निर्यात किया जाता है।
महत्त्व-आधुनिक यंत्रयुग में लोहे के बिना काम नहीं चल सकता है। कच्चे लोहे में अन्य धातुएँ मिलाकर इस्पात तैयार किया जाता है जिससे विभिन्न प्रकार की बड़ी-बड़ी। मशीनें बनती है। |
उद्योग-भिलाइ, राउरकेला, बोकारो, जमशेदपुर, भद्रावती, दुर्गापुर तथा बर्नपुर में है।
2. कोयला (Coal)
कोयला ईंधन और शक्ति का प्रमुख साधन है। चूल्हा जलाने से लेकर समुद्री जहाज एवं रेलगाड़ी चलाने तथा लोहा गलाने में इसका उपयोग होता है। भारत के कुल काय भंडार का 60% झारखंड और पं० बंगाल की कोयला पट्टी में मिलता है। |
वितरण-झारखंड के गिरिडीह, बोकारो, झरिया, कर्णपरा, ललमटिया में, पं० व” के रानीगंज में, मध्य प्रदेश के सिंगरौली, सोहागपुर, उमरिया, बनसर, पेंचघाटी, रामका लखनपुर में, छत्तीसगढ़ के सोनहट, झिलमिली, चिरमिटी, कोरबाः रायगढ़, हंसदो, विश्रा में, उड़ीसा के तालचेर सम्भलपुर में, महाराष्ट्र के चंदा, बरौरा, बल्लारपुर में, आंध्र के सिंगरेनी में, तमिलनाडु के नैवेली, अराकाट में, असम के नाम्बोर, गारो, खासी, मिकिर, लांगलोई में, जम्मू-कश्मीर के डांडली, काला कोटा, मेटका, धनसाल, सवाल का राजस्थान के जयपुर, बीकानेर और जोधपुर में गुजरात के भडौंच में कोयले की खान है |

3. मैंगनीज (Manganese)
मैंगनीज का उपयोग प्रमुख रूप से विशेष प्रकार का इस्पात बनाने में, रसायन उद्योग में, शुद्ध बैटरियों के निर्माण में तथा शीशे व चीनी मिट्टी के बर्तनों पर रंग चढाने में किया जाता है। विश्व में सबसे अधिक मैंगनीज उत्पन्न करने वाले देशों भारत का तीसरा स्थान है ।
वितरण-उड़ीसा के तालचेर, कालाहांडी (बोनाइ), सुंदरगढ़, मयूरभंज, औरापूत और गंजाम क्षेत्र में, झारखंड के सिंहभूम जिला (चाइबासा क्षेत्र), देश के बालाघाट, छिदवाड़ा, जबलपुर और झबिया में, गुजरात के बड़ोदरा महल में, गोआ के संगुएम में, कर्नाटक के चितलदुर्ग तुमकुर, शिमोगा, लर बेलारी, बेलगाँव, उत्तरी कनारा और धारावाड़ में, आंध्र प्रदेश के काकुलम राजस्थान के बाँसवाड़ा और उदयपुर जिले में, महाराष्ट्र के नागपुर और भंडारा में मिलता है ।

4. अबरख / अभ्रक (Mica)
यह भारत के खनिजों में सबसे महत्त्वपूर्ण है जो हमारे देश में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। पूरे विश्व का दो तिहाई अबरख (अभ्रक) भारत से ही प्राप्त होता है। कुचालक होने के कारण बिजली उद्योग, वायुयान और रेडियो-निर्माण में इसका पयोग होता है । अबरख के चूरे से हल्की ईंट भी बनाई जाती है जो इस्पातकारखानों में उपयोग होता है। भारत में सर्वाधिक उत्पादन झारखंड राज्य में होता है। |
वितरण-झारखंड के कोडरमा, डोमचाँच, मसनोडीह, ढाब और गिरिडीह में, राजस्थान के अजमेर और भिलवाड़ा में, आंध्र प्रदेश के गुन्टूर, नेलोर पोदलकर, कवाली में, उड़ीसा के कोरापुत, गंजाम और कटक में मिलती है ।
5. बॉक्साइट (Bauxite)
अल्युमिनियम का स्रोत होने के कारण बॉक्साइट की गणना महत्त्वपूर्ण खनिजों में की जाती है । अल्युमिनियम का उपयोग वायुयान निर्माण, बिजली का तार बनाने, जलयानों की पेंदी पर चादरें लगाने, बर्तन बनाने में और अब सीमेंट बनाने एवं खनिज तेल साफ करने में भी होता है ।
वितरण-झारखंड के पलामू और लोहरदगा के निकट बगरु पहाड़ी में, छत्तीसगढ़ के रायपुर, सरगुजा, बिलासपुर में, मध्य प्रदेश के जबलपुर और कटनी में, उड़ीसा के कालाहांडी बोलगीर कोरापत और सम्भलपुर (विश्व का दूसरा सबसे बड़ा भंडार) में, गुजरात के कैरा-क्षेत्र (कच्छ) में महाराष्ट्र के कोल्हापुर, रत्नगिरि, कोलबा और सतारा में, तमिलनाडु के नीलगिरि और शेवराय पहाड़ी (सलेम) में, कर्नाटक के बेलगाँव में और जम्मूकश्मीर के रियासी क्षेत्र में उच्च कोटि का बॉक्साइट भंडार है।
6. ताँबा (Copper)
ताँबा बिजली का उत्तम सुचालक होने के कारण बिजली के तार, बल्ब मोटर इंजन आर रेडियो में इसका उपयोग होता है। प्राचीन काल में घरेलू बर्तन और सिक्के बनाने में इसका उपयोग होता था।
वितरण-झारखंड के सिंहभूम जिले के मोसाबनी, धोबनी और राखा है। पलामू जिले में, राजस्थान के झुंझन, और अलवर जिलों में, खेतड़ी और दरिबो के प्रसिद्ध ताँबा क्षेत्र) में, मध्य प्रदेश के मलंजखंड में, आंध्र प्रदेश के कर्नल खम्मम में, कर्नाटक के चित्तलदुर्ग और हसन जिलों में, उत्तरांचल के अल्मोडा, के गंगोली में, गढ़वाल, पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू क्षेत्र में, जम्मू-कश्मीर के रियासी-किश्तवार में, तमिलनाडु के कोयम्बटर कन्याकुमारी में इसकी खाने हैं । ।
भारत में आवश्यकता से कम ताँबा का उत्खनन किया जाता है जिसकी पूर्ती के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और जापान से इसका आयात करना पड़ता
7. पेट्रोलियम (Petroleum)
पेट्रोलियम को आधुनिक सभ्यता की रीढ़ मानी जती है। इसका उपयोग मुख्य रूप से वायुयान, जलयान और मोटर गाड़ियाँ चलाने में ईंधन के रूप में और अनेक उद्योगों के कच्चा माल के रूप में होता है। साथ ही इससे कई प्रकार के रसायनि पदार्थ भी तैयार किए जाते हैं ।
भारत में आवश्यकता से कम उत्पादन होने के कारण सऊदी अरब, कवैत ईरान, इराक इंडोनेशिया और बर्मा से आयात करना पड़ता है।
वितरण–असम के लखीमपुर जिले में डिगबोई, नहरकटिया (भारत में तेल का पहला कुआँ) मोरान, पढ़रपुर, पुथरिया, हसांपंग, एवं कासिमपुर में गुजरात के खंभात एवं अंकलेश्वर क्षेत्र बड़ोदरा, अहमदाबाद, लुनज, नवगाँव, कलोल, बारकोल, मेहसाना तथा ढोलक में, महाराष्ट्र के अरब सागर में मुम्बई हाई (भारत का सार्वाधिक तेल उत्पादक क्षेत्र) में, राजस्थान के जैसलमेर में, पृ० बंगाल के सुन्दरवन में, उत्तरांचल के देहरादून में तथा पंजाब के ज्वालामुखी क्षेत्र से तेल निकाला जाता है।
तेलशोधक उद्योग-डिगबोई (भारत में पहला तेलशोधक उद्योग) नूनमाटी, बोगाय गाँव, बरौनी, कोयली, ट्राम्बे, विशाखापत्तनम, मथुरा, मद्रास हल्दिया और कोचीन में है ।
8. प्राकृतिक गैस (Natural Gas)
प्राकृतिक गैस का उपयोग भी बढ़ता जा रहा है मुख्यतः उर्वरक उद्योगों, शक्ति गृहों को ऊर्जा प्रदान करने में और घरेलू ईंधन के रूप में होता है ।
वितरण-त्रिपुरा, राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु, आ० प्रदेश (कृष्णा-गोदावरी बेसिन), असम, अरुणाचल प्रदेश और महाराष्ट्र के बम्बई हाई (भारत में सर्वाधिक उत्पादन) से गैस प्राप्त हो रहा है ।
9. सोना (Gold)
सोने की गणना बहुमूल्य धातुओं में की जाती है। इसका उपयोग मुख्यतः आभूषणों के निर्माण में किया जाता है।
वितरण-भारत में सोने का एकमात्र उत्पादन केन्द्र कोलार (कर्नाटक में) है यहाँ की खान संसार की सबसे गहरी खानों में एक है। आ० प्रदेश, तमिलना मध्य प्रदेश, झारखंड के सिंहभूम में और उड़ीसा के गंजाम और कोरापुत में भी स्वर्ण भंडार है।
अन्य खनिज
10. चूना पत्थर-इसका उपयोग सीमेंट तैयार करने और लौह अयस्क गलान होता है। यह उत्तरांचल के देहरादून-मसूरी में, झारखंड के लातेहर एवं बिहार के रोहतास गढ़, उड़ीसा के वीर मित्रापुर में, मध्य प्रदेश के जबलपुर, रिवा, छत्तीसगढ़ के रायपुर तमिलनाडु के कोयम्बटुर एवं तिरुचिरापल्ली, आन्ध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम एवं नेलौर में पाया जाता है।
11. यूरेनियम -झारखंड के सिंहभूम जिले के जादूगोड़ा में । ।
12. मैग्नेसाइट-सिहभूम (झारखंड), सलेम (तमिलनाडु), अल्मोड़ा (यू० पी०), डुँगरपुर (राजस्थान) तथा मैसूर (कर्नाटक) में पाया जाता है ।
13. इल्मेनाइट-केरल, महाराष्ट्र, उड़ीसा तथा तमिलनाडु के समुद्र तटीय भागों में मिलता है।
14. थोरियम-केरल और झारखंड में मिलता है ।
15. बेरेलियम-झारखंड आन्ध्र प्रदेश एवं राजस्थान में मिलता है । ..
16. क्रोमाइट-इसका उच्च कोटि के इस्पात तैयार करने में प्रयोग होता है। यह झारखंड, उड़ीसा, कर्नाटक एवं तमिलनाडु में पाया जाता है ।
17. कायनाइट—यह फायर ब्रिक्स के निर्माण में प्रयोग होता है | झारखंड के लबसाबुरु में, जो विश्व का सबसे बड़ा भंडार है, पाया जाता है ।
18. जिप्सम-यह सीमेंट बनाने में प्रयोग होता है। राजस्थान के नागौर, सलमेर, बीकानेर और जोधपुर में, तमिलनाडु के कोयम्बटूर तिरुचिरापल्ली, नाथपरम् और तिरुनेवेली में, और उत्तर प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश में पाया जाता है ।
19. ऐस्बेस्टस-झारखंड के सिंहभूम, आन्ध्र प्रदेश के कदप्पा, राजस्थान के अजमेर, उदयपुर, उड़ीसा के सुन्दरगढ़, कर्नाटक के हसन और बीजापुर में पाया जाता है ।
20. हीरा-मध्य प्रदेश के पन्ना, सम्बलपुर, चाँदा, रीवा छतरपुर में ।
21. चीनी मिट्टी-झारखंड के राजमहल पहाड़ी, सिंहभूम और केरल में ।
22. संगमरमर-राजस्थान के जयपुर, अलवर, अजमेर, जोधपुर, मकराना में, मध्य प्रदेश के जबलपुर में तथा आन्ध्र प्रदेश में ।
23. शीशा- काँड्रा, हजारीबाग (झारखंड), व्यावरा (राज०), देहरादून, कुमाऊँ, अल्मोड़ा (उत्तरांचल) चिचोली (म० प्र०), अग्निगुन्डल (आ० प्र०), गुजरात,महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पाया जाता है ।
24. गंधक-शाहाबाद जिले के अमझोर में (बिहार) ।।
25. स्लेट-कर्नूल, नेलोर, खड़गपुर, कुमाऊँ, गढ़वाल, मुंगेर में ।
26. चाँदी-कर्नाटक, राजस्थान एवं झारखंड के मानभूम और सिंहभूम में ।
27. नमक-दाण्डी, साँभर झील, पूर्वी एवं पश्चिमी तट में । ।
28. टिन-झारखंड के हजारीबाग में।
29. टंगस्टन-राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, प० बंगाल में ।
30. जिरकोनियम–केरल राज्य के तटीय बालू क्षेत्र में ।
31. शोरा-बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब में ।
32. ग्रेफाइट-केरल, झारखंड, उड़ीसा, कर्नाटक, राजस्थान, आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश ।
33. जस्ता-राजस्थान में ।
34. कोबाल्ट-केरल और राजस्थान में ।
भारत के प्रमुख खनिज उत्पादक राज्य 2022
पेट्रोलियम | असम (डिग्बोई, सूरमा घाटी), गुजरात (खम्भात, अंकलेश्वर) महाराष्ट्र (बॉम्बे हाई) |
लौह-अयस्क | ओडिशा (सोनाई, क्योंझर, मयूरभंज), झारखंड (सिंहभूम, हजारीबाग, पलामू, धनबाद), छत्तीसगढ़ (बस्तर, दुर्ग, रायपुर, रायगढ़, बिलासपुर), मध्य प्रदेश (जबलपुर), कर्नाटक (बेलारी, चिकमंलुर, चीतल दुर्ग) महाराष्ट्र (रत्नागिरि, चांदा), तमिलनाडु (सलेम, तिरुचिरापल्ली), गोव |
मैंगनीज | ओडिशा (सुन्दरगढ़, सम्बलपुर, बोलंगीर, क्योंझर, कालाहांडी, कोरापुट), महाराष्ट्र (नागपुर और भंडारा), मध्य प्रदेश के (बालाघाट, छिंदवाड़ा), कर्नाटक (शिमोगा, बेलारी, चित्रदुर्ग, बीजापुर), आन्ध्र प्रदेश (श्रीकाकूलम), गुजरात (पंचमहल, बड़ौदा), झारखंड (सिंहभूम) एवं राजस्थान (बांसवाड़ा) |
कोयला | झारखंड (धनबाद, सिंहभूम, गिरिडीह), पश्चिम बंगाल (रानीगंज, आसनसोल), छत्तसीगढ़ (रायगढ़), ओडिशा (देसगढ़ तथा तलचर), असम (माकूम, लखीमपुर), महाराष्ट्र (चांदा), तेलंगाना (सिंगरेनी) मेघालय, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश (नामचिक, नामफुक) |
ताँबा | झारखंड (सिंहभूम, हजारीबाग), राजस्थान (खेतड़ी, झुंझुनू, भीलवाड़ा, अलवर एवं सिरोही), महाराष्ट्र (कोल्हापुर), कर्नाटक (चीतल दुर्ग हासन, रायचूर), मध्य प्रदेश (बालाघाट), आन्ध्रप्रदेश (अग्नि गुंडल) |
बॉक्साइट | ओडिशा, झारखंड (कोडरमा, हजारीबाग), बिहार (गया, एवं मुंगेर), महाराष्ट्र (नागपुर, भंडारा तथा रत्नागिरी), राजस्थान (अजमेर, शाहपुर), आन्ध्र प्रदेश (नेल्लोर) |
अभ्रक | आन्ध्र प्रदेश (नेल्लोर जिला), झारखंड (पलामू), गुजरात (खेड़ा), मध्य प्रदेश (कटनी, बालाघाट, जबलपुर), छत्तीसगढ़ (बिलासपुर) राजस्थान |
सोना | कर्नाटक (कोलार तथा हट्टी की खान), आन्ध्र प्रदेश (रामगिरि खान, अनन्तपुर), तेलंगाना (वारंगल), तमिलनाडु (नीलगिरी एवं सलेम), झारखंड (हीराबुदनी खान सिंहभूम) |
हीरा | मध्यप्रदेश (मझगावाँ खान, पन्ना जिला) |
जस्ता | राजस्थान (उदयपुर), ओडिशा, जम्मू-कश्मीर (उत्पादन में द्वितीय स्थान) |
यूरेनियम | झारखंड (राँची, हजारीबाग, सिंहभूम) |
मैग्नेजाइट | उत्तराखंड, राजस्थान, तमिमलनाडु, आन्ध्र प्रदेश |
चाँदी | राजस्थान (जवार खान) कर्नाटक (चित्रदुर्ग, बेलारी), आ. प्रा. (कुडप्पा गुटूर), झारखंड (संथालपरगना, सिंहभूम)। |
थोरियम पाइराइट्स | राजस्थान (पाली, भीलवाड़ा |
क्रोमाइट | झारखंड एवं ओडिशा |
टंगस्टन | राजस्थान, तमिलनाडु, कर्नाटक |
सीसा | झारखंड, राजस्थान। |
लिग्नाइट | तमिलनाडु, राजस्थान |
टिन | छत्तीसगढ |
भारत के प्रमुख खनिज pdf
भारत के खनिज संसाधन से सम्बंधित प्रश्न उतर
1. भारत में सर्वप्रथम 1774 ई. में कोयला का उत्खनन किस स्थान पर किया गया? [PPSC]
(A) झरिया
(B) रानीगंज
(C) गिरिडीह
(D) कर्णपुरा
(Ans : B)
2. सिंहभूम (झारखण्ड) किसके लिए प्रसिद्ध है? [SSC Grad.]
(A) कोयला
(B) लोहा
(C) ताँबा
(D) ऐलुमिनियम
(Ans : C)
3. निम्नलिखित में से भारत का वह राज्य कौन-सा है जो गंधक (सल्फर) के उत्पादन में आगे हैं? [UPSC]
(A) असम
(B) महाराष्ट्र
(C) पंजाब
(D) तमिलनाडु
(Ans : B)
4. गुजरात में बड़ौदरा क्षेत्र की मोतीपुरा खान में कौन-सा पत्थर निकाला जाता है? [MP Police]
(A) लाल संगमरमर
(B) काला संगमरमर
(C) सफेद संगमरमर
(D) इनमें से सभी
(Ans : C)
5. निम्न में से कौन-सा राज्य प्रमुख कोयला उत्पादक नहीं है? [RRB]
(A) छत्तीसगढ़
(B) प. बंगाल
(C) महाराष्ट्र
(D) राजस्थान
(Ans : D)
6. भारत में बॉक्साइट का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन है? [SSC]
(A) केरल
(B) ओडिसा
(C) मध्य प्रदेश
(D) झारखण्ड
(Ans : B)
7. निम्नलिखित जिलों में से किस एक में हाल ही हीरायुक्त किम्बरलाइट के वृहत भण्डार पाए गए हैं? [SSC Grad.]
(A) होशंगाबाद
(B) रायपुर
(C) सम्बलपुर
(D) वारंगल
(Ans : B)
8. निम्नलिखित में से कहाँ से उत्तम किस्म के लौह-अयस्क की प्राप्ति होती है? [LIC (ADO)]
(A) जादूगोड़ा से
(B) बैलाडीला से
(C) लोहरदगा से
(D) अभ्रकी पहाड़ी से
(Ans : B)
9. झरिया किस खनिज उत्पादन के लिए भारत में प्रसिद्ध है? [Force]
(A) लोहा
(B) कोयला
(C) अभ्रक
(D) ताँबा
(Ans : B)
10. कर्नाटक राज्य में स्थित बाबा बूदन की पहाड़ियाँ निम्नलिखित में से किस खनिज के उत्खनन के लिए प्रसिद्ध है? [B.Ed.]
(A) यूरेनियम
(B) लौह-अयस्क
(C) बॉक्साइट
(D) मैंगनीज
(Ans : B)
11. निम्नलिखित में से सोने की सर्वाधिक मात्रा उत्पादित करने वाला राज्य कौन-सा है? [SSC]
(A) कर्नाटक
(B) आन्ध्र प्रदेश
(C) झारखण्ड
(D) छत्तीसगढ़
(Ans : A)
12. भारत डाननामाइट लिमिटेड केन्द्र कहाँ स्थित है? [BPSC (Pre)]
(A) कोलकाता
(B) हैदराबाद
(C) चेन्नई
(D) दिल्ली
(Ans : B)
13. इसकी खोज के लिए आन्ध्र प्रदेश में तुमलापल्ली विश्व के मानचित्र पर आ गया है? [SSC CPO (SI)]
(A) सबसे बड़ी कोयला खानें
(B) सबसे बड़ी अभ्रक (माइका) खानें
(C) सबसे बड़ी टंग्स्टन खानें
(D) सबसे बड़ी यूरेनियम खानें
(Ans : D)
14. खेतड़ी किसके लिए प्रसिद्ध है? [RRB]
(A) सोना
(B) ताँबा
(C) एल्युमिनियम
(D) उर्वरक
(Ans : B)
15. बैलाडिला किसके लिए प्रसिद्ध है? [RRB]
(A) बॉक्साइट
(B) लौह-अयस्क
(C) ताँबा
(D) कोयला
(Ans : B)
16. झरिया कोयला की खानें देश के किस राज्य में है? [RRB]
(A) आन्ध्र प्रदेश
(B) पश्चिम बंगाल
(C) झारखण्ड
(D) ओडिसा
(Ans : C)
17. भारत में यूरेनियम खदान कहाँ स्थित है? [RRB]
(A) अल्वाय
(B) जादूगोड़ा
(C) खेतड़ी
(D) सिंहभूम
(Ans : B)
18. निम्नलिखित में से कौन-सा एक राज्य भारत में अभ्रक का सबसे प्रमुख उत्पादक है? [UPPSC (Pre)]
(A) झारखण्ड
(B) कर्नाटक
(C) राजस्थान
(D) मध्य प्रदेश
(Ans : A)
19. जिप्सम प्रचुर मात्रा में कहाँ उपलब्ध है? [SSC]
(A) बिहार
(B) गुजरात
(C) मध्य प्रदेश
(D) राजस्थान
(Ans : D)
20. निम्नलिखित में से किस आण्विक खनिज के संचित भण्डार की दृष्टि से भारत विश्व में प्रथम स्थान रखता है? [JPSC]
(A) यूरेनियम
(B) थोरियम
(C) ग्रेफाइट
(D) एण्टीमनी
(Ans : B)