नमस्कार दोस्तों आज हम राजस्थान में पर्यटन विकास के बारे में पढेंगे
- राजस्थान पर्यटन विभाग का पंचवाक्य – “PADHARO MHARE DES!”।
- राजस्थान में सर्वाधिक पर्यटक(देशी व विदेशी दोनों) – 1. पुष्कर – अजमेर 2. माउण्ट आबू – सिरोही।
- राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक – जयपुर शहर में आते हैं।
- राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक – 1. फ्रांस 2. ब्रिटेन से आते हैं।
- पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान को 9 सर्किट 1 परिपथ में बांटा है।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन एवं हॉस्पिटिलिटी क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए 2022-23 के बजट में इस क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की।
- मोहम्मद यूनूस समिति की सिफारिश पर 4 मार्च 1989 को पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा करने वाला राजस्थान भारत का प्रथम राज्य था।
- गौरतलब है कि पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की वर्ष 1989 से लेकर अब तक कई बार घोषणा हुई, लेकिन इसका समुचित रूप से क्रियान्वयन नहीं हो सका था।
राजस्थान में पर्यटन से सम्बंधित तथ्य
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 6 स्मारकों को 2018 में राष्ट्रीय महत्व के स्मारक घोषित किया।
- राष्ट्रीय महत्व के स्मारक
- महाराष्ट्र के नागपुर में उच्च न्यायालय का पुराना भवन
- आगरा में आगा खान की हवेली
- आगरा में हाथी खाना की हवेली
- राजस्थान के अलवर जिले में नीमराणा बावड़ी
- ओडिशा के बोलांगीर जिले में रानीपुर झरेल में मंदिरों का समूह
- उत्तराखंड के पिथोरागढ़ जिले में कोटली में विष्णु मंदिर
राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC)
- स्थापना – 1978 में
- मुख्यालय – जयपुर
- कार्य
- राजस्थान में पर्यटन विकास हेतु कार्यक्रम, नीतियां और योजनाएं तैयार करना।
- पर्यटन स्थल का रखरखााव करना।
- पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु मेले व महोत्सव को आयोजित करना।
- पर्यटकों की सुविधा हेतु होटल, पर्यटन पुलिस एवम् गाईडों की व्यवस्था करना।
पर्यटन त्रिकोण
- स्वर्णिम त्रिकोण – दिल्ली – आगरा – जयपुर

- मरू त्रिकोण – जैसलमेर – बीकानेर – जोधपुर

राजस्थान के पर्यटन सर्किट/परिपथ

- मरू सर्किट – जैसलमेर – बीकानेर – जोधपुर – बाड़मेर
- शेखावाटी सर्किट – सीकर – झुंझुनू
- ढुढाॅड सर्किट – जयपुर – दौसा – आमेर
- ब्रज मेवात सर्किट – अलवर – भरतपुर – सवाईमाधोपुर – टोंक
- हाड़ौती सर्किट – कोटा – बुंदी – बारा – झालावाड़
- मेरवाड़ा सर्किट – अजमेर – पुष्कर – मेड़ता – नागौर
- मेवाड़ सर्किट – राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा
- वागड़ सर्किट – बांसवाड़ा – डुंगरपुर
- गौड़वाड़ सर्किट – पाली – सिरोही – जालौर
राजस्थान के यूनेस्को में विश्व धरोहर स्थल
- राजस्थान में तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं – केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जंतर मंतर (जयपुर), राजस्थान के 6 पहाड़ी किले (चित्तौड़गढ़, कुम्भलगढ़, रणथम्भोर, आमेर , गागरोन , जैसलमेर)।
- कुम्भलगढ़ दुर्ग को 2013 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था, इस दुर्ग की दीवार 38 किलोमीटर लम्बी है। इसे चीन की महान दीवार के बाद विश्व की दूसरी सबसे लम्बी दीवार माना जाता है।
राजस्थान में पर्यटन विकास के विभिन्न प्रयास
पुष्कर रोप-वे का शुभारम्भ
- मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 3 मई, 2016 को पुष्कर में रोप-वे का शुभारंभ किया।
- यह रोप-वे ट्रेक 700 मीटर लंबा है। इससे महज 6 मिनट में सावित्री मंदिर पहुँचा जा सकेगा।
- यह रोप-वे कोलकाता की दामोदर रोप-वे इंफ्रा लिमिटेड कम्पनी द्वारा निर्मित किया गया है।
राजस्थान का पहला राेप-वे कौनसा है
- सुंधा माता (जालौर) 2006 में लम्बा 800 मीटर।
पर्यटन इकाई नीति-2015
- मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने 4 जून, 2016 को नई दिल्ली में आयोजित एम्बेसडर्स राउंड-टेबल कॉन्फ्रेंस में नई राजस्थान पर्यटन इकाई नीति-2015 जारी की।
राजस्थान पर्यटन इकाई नीति–2015 के मुख्य बिन्दु
- इस नीति में पर्यटन क्षेत्र की विभिन्न इकाईयों को व्यापक रूप से परिभाषित किया गया है जिनमें अब होटल, मोटेल, हैरिटेज होटल, बजट होटल, रेस्टोरेन्ट, केम्पिंग साइट, माइस/कन्वेंशन सेंटर, स्पोर्ट्स रिसोर्ट, रिसोर्ट, हैल्थ रिसोर्ट, एम्यूजमेंट पार्क, एनिमल सफारी पार्क, रोप वे, ट्यूरिज्म लग्जरी कोच, केरावेन एवं क्रूज पर्यटन सम्मिलित है।
- नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन पर्यटन इकाईयों का भूमि सम्परिवर्तन निःशुल्क होगा।
- नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान हैरिटेज सम्पत्तियों एवं हैरिटेज होटलों को भू-सम्परिवर्तन शुल्क से मुक्त किया गया है।
- हैरिटेज होटलों को पट्टा जारी करने के लिए पात्र माना जाएगा।
- सभी पर्यटन इकाईयाँ अपने लिए मानव संसाधन प्रशिक्षित करने हेतु राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के अन्तर्गत रोजगार से जुड़े कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रशिक्षण संस्थान के अनुमोदन के लिए पात्र होंगी।
सिंधु दर्शन यात्रा योजना
- लद्दाख स्थित सिंधु दर्शन यात्रा योजना 2015-16 में लागू की गई।
- इसके तहत तीर्थ यात्रा पर जाने वाले प्रदेश के 200 तीर्थ यात्रियों को निर्धारित प्रक्रिया के तहत सिंधु दर्शन सहायता राशि दी जायेगी।
प्रसाद और हृदय योजना
- धार्मिक यात्रा के कायाकल्प और आध्यात्मिक सुदृढ़ीकरण और हेरीटेज सिटी के विकास के लिए केन्द्र सरकार ने निम्न दो नई योजनाएँ ‘प्रसाद’ और ‘हृदय’ योजना बनाई है
प्रसाद योजना
- तीर्थस्थल पुनरोद्धार व आध्यात्मिक परिवर्धन अभियान पर राष्ट्रीय मिशन–National Mission on Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Augmentatiojn Drive
- केन्द्र सरकार द्वारा यह योजना 9 मार्च, 2015 को लांच की गई। इसके तहत प्रारम्भिक रूप से 12 शहर – अजमेर, अमृतसर, अमरावती, द्वारिका, गया, काँचीपुरम, केदारनाथ, कामख्या, मथुरा, पुरी, वाराणसी व वेल्लांकनी में विकास कार्य किए जाएँगे।
हृदय योजना
- यह विरासत नगरों की विशिष्टताओं के संरक्षण ओर परिरक्षण के लिए ‘राष्ट्रीय विरासत नगर विकास और संवर्द्धन योजना’ (HRIDAY-National Heritage Development & Augmentation Yojana) है।
- इस योजना को 22 जनवरी, 2015 को लाँच किया गया।
- यह योजना वाराणसी, अमृतसर, वारंगल, अजमेर, गया, मथुरा, काँचीपुरम, वेल्लांकनी, अमरावती, बादामी, द्वारिका व पुरी में लागू होगी।
स्वदेश दर्शन योजना
- विशिष्ट थीमों पर आधारित पर्यटन सर्किटों के एकीकृत विकास की योजना जो 9 मार्च, 2015 को लांच की गई। 13 सर्किट चिहिन्त।
- स्वदेश दर्शन योजना के तहत भारत सरकार ने 30 सितम्बर, 2015 को सांभर लेक टाउन के विकास को स्वीकृति दी है।
कृष्णा सर्किट
- श्रीनाथजी (नाथद्वारा),गोविन्द देव जी (जयपुर) कनक वृन्दावन (जयपुर) चरण मंदिर (जयपुर) गलताजी (जयपुर) खाटूश्याम जी (सीकर)।
पर्यटन विभाग द्वारा किये गये प्रयास
पर्यटन विभाग द्वारा द ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार इसका आयोजन 19-21 अपैल, 2015 तक जयपुर में किया गया।
नाइट टूरिज्म
- आमेर महल में 21 फरवरी, 2015 से शाम 7 बजे से 10 बजे तक नाइट टूरिज्म की व्यवस्था की गई है।
- यह देश का पहला स्मारक होगा जहाँ नाइट टूरिज्म प्रारम्भ किया गया है।
- पुरातत्व विभाग के मुताबिक ताजमहल सिर्फ पूर्णिमा पर रात में खुलता है तथा उड़ीसा का कोणार्क मंदिर इसके अतिरिक्त देश में किसी भी अन्य स्मारक पर रात के समय पर्यटकों को जाने की अनुमति नहीं है।
नाइट जंगल सफारी
- राजस्थान के नेशनल पार्क और अभयारण्यों में अब सफारी और नाइट टैकिंग भी हो सकेगी।
- वन विभाग ने इको टयूरिज्म बढ़ाने के लिए नेशनल पार्क और अभयारण्यों के बीच निम्न जगहें विकसित की है-
- भीलवाड़ा का मीनाल-हमीरगढ़ अभयारण्य,
- चित्तौड़गढ़ का बस्सी और सीतामाता अभयारण्य,
- अजमेर का पंचकुंड अभयारण्य,
- जोधपुर का गुढा विश्नोई अभयारण्य,
- जालौर का सुंडामाता अभयारण्य,
- चित्तौड़गढ़ में भैंसरोडगढ़,
- कोटा में मुकुंदरा हिल्स अभयारण्य
विरासत संरक्षण योजना :-2004-05 में प्रारम्भ।
- राज्य सरकार 36 शहरों के लिए विरासत संरक्षण व सौंदर्यन की 300 करोड़ की योजना तैयार कर रही है।
- इसमें निम्न शहर शामिल होंगे
- अजमेर,
- पुष्कर,
- अलवर,
- बाँदीकुई,
- बाँसवाड़ा,
- भरतपुर,
- बीकानेर,
- बूँदी,
- छबड़ा,
- चित्तौड़गढ़,
- चौमूं,
- चूरू,
- रतननगर,
- डीग,
- डूँगरपुर,
- फतेहपुर,
- जयपुर,
- जैसलमेर,
- झालावाड-झालरापाटन,
- जोबनेर,
- जोधपुर,
- झुँझुनूं,
- करौली,
- खेतड़ी,
- कामां,
- कोटा,
- कुम्भलगढ़,
- मंडावा,
- मेड़तासिटी,
- नाथद्वारा,
- नवलगढ़,
- पीलीबंगा,
- सांभर,
- सीकर,
- उदयपुर,
- सवाई माधोपुर,
राजस्थान में फिल्म पर्यटन
- विभाग द्वारा राज्य में फिल्म पर्यटन को प्रोत्साहन हेतु राजस्थान फिल्म शूटिंग रेगुलेशन-2016 में संशोधन दिनांक 22 जून 2016 को जारी किया गया है। संशोधित राजस्थान फिल्म शूटिंग रेगुलेशन-2016 के अन्तर्गत फिल्म निर्माताओं को रु. 50 लाख की प्रतिभूति जमा, प्रतिदिन रु.15000 का प्रोसेसिंग शुल्क और रु. 1000 के आवेदन शुल्क से छूट प्रदान की गई है।
- फिल्म शूटिंग की अनुमति हेतु जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक एवं सम्बन्धित विभागों के जिलेवार नोडल अधिकारी नियुक्त गए हैं।
- वर्ष 2016-17 में पर्यटन विभाग द्वारा राज्य में दिसम्बर 2016 तक कुल 91 पर्यटन इकाई परियोजनाऍ अनुमादित की गई है, जिसमें कुल रु. 1650 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।
- स्वदेश दर्शन योजनान्तर्गत कृष्णा सर्किट हेतु रु. 91.45 करोड़ की परियोजना स्वीकृत की जा चुकी है।
- पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार ने फूड क्राफ्ट संस्थान, बारां एवं धौलपुर तथा होटल प्रबन्धन संस्थान, झालावाड़ और सवाई माधोपुर की स्थापना हेतु स्वीकृति प्रदान की है।
- पर्यटकों की सुविधाओं हेतु 40 पर्यटक स्थलों/स्मारकों एवं मेले-त्यौहार के वर्चुअल ट्यूर बनवाए गए हैं, इन सभी को वैबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है।
- विभाग द्वारा अप्रैल 2016 से दिसम्बर, 2016 तक 27 मेले-त्यौहार का आयोजन किया गया।
अन्तर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी महोत्सव
- पर्यटन विभाग द्वारा नई पहल के रूप में जयपुर में अन्तर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी महोत्सव, उदयपुर में विश्व संगीत समारोह, पुष्कर में धार्मिक संगीत समारोह तथा राजस्थान समारोह एवं राजस्थान दिवस (30 मार्च) का आयोजन जयपुर में करवाया गया।
- राज्य में शीत महोत्सव, माउण्ट आबू एवं पुष्कर मेला-पुष्कर (अजमेर) का सार्वजनिक-निजी सहभागिता से सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
- आकर्षक विपणन नीतियों के अन्तर्गत विविध आयामी मीडिया प्लान 4 दिसम्बर, 2016 से प्रारम्भ कर दिया गया है। इस मीडिया प्लान में प्रिन्ट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक एवं डिजीटल मीडिया, मल्टीप्लेक्स सिनेमा आदि के आकर्षक विज्ञापनों को प्रदर्शित किया जा रहा है।
- इसके अतिरिक्त विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु थिम्पू (भूटान) में आयोजित माउण्टेन इकोज लिटरेरी फेस्टिवल एवं लन्दन में आयोजित वर्ल्ड ट्रेवल मार्केट में भाग लेकर राजस्थान पर्यटन का प्रचार-प्रसार किया गया।
- पर्यटन क्षेत्र में निजी सहभागिता को बढ़ाने हेतु इस विभाग द्वारा रिसर्जेन्ट राजस्थान, 2015 के दौरान रु. 10,442 करोड़ की निवेश राशि के 221 एम.ओ.यू. किए गए, जिसमें 40,000 से अधिक व्यक्तियों के लिए रोजगार प्रस्तावित है।
राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक
- राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक फ्रांस से आते हैं दूसरा स्थान जर्मनी का तथा तीसरा स्थान इटली का है। पर्यटक नवम्बर माह में सर्वाधिक आते हैं।
- RTDC(Raj. Turism Development Corp.) की स्थापना 1979 में की गई तथा 1989 में मोहम्मदयुनुस समिति की सिफारिशों के आधार पर पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया।
- राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक जयपुर परिपथ में आते हैं। इसका प्रमुख कारण जयपुर का भारत के प्रमुख पर्यटक परिपथ स्वर्णिम त्रिकोण पर अवस्थित होना है।
- स्वर्ण नगरी जैसलमेर के सोनार किले को भारत सरकार और वर्ल्ड मोन्यूमेंट संस्था (अमेरिका) के साथ हुए अनुबंध के तहत सोनार किले के संरक्षण के लिए वर्ष 1984 के दौरान तैयार की गई योजना को मूंजरी मिल गई है।
महाराणा प्रताप संग्रहालय
- हल्दीघाटी (राजसमंद) में प्रताप की 406वीं पुण्य तिथि पर इस संग्रहालय का उद्घाटन किया गया। इसके योजनाकार माहन श्रीमाली हैं।
- राज्य में सर्वाधिक देशी पर्यटक अजमेर में तथा विदेशी पर्यटक जयपुर में आते है।
- राजस्थाल राज्य होटल निगम लिमिटेड- 1965 में स्थापित।
- भारतीय पर्यटन वित्त निगम लिमिटेड (ITDC) – 1989 में कम्पनी अधिनियम के अंतर्गत इस निगम की स्थापना की गई।
- राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (RTDC) – पर्यटकों को आवास, भोजन, यातायात आदि सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 1 अप्रेल, 1979 को इसकी स्थापना की गई।
- राजस्थान इन्स्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एवं ट्रेवल मैनेजमेंट (RITTMAN)– इसकी स्थापना पर्यटन से संबंधित गतिविधियों की जानकारी हेतु जयपुर में 29 अक्टूबर, 1996 को की गई। स्वायतशामी संस्थान।
पर्यटक सहायता बल या पर्यटन पुलिस
- राज्य में पर्यटकों की सुरक्षा, सहयोग व सहायता हेतु पर्यटन पुलिस योजना 1 अगस्त, 2000 से जयपुर (आमेर व जंतर-मंतर) में प्रारम्भ की गई।
- राजस्थान देश का पहला राज्य है जहाँ पर्यटन पुलिस तैनात की गई है।
हाथी गाँव
- आमेर (जयपुर) के निकट कुण्डाग्राम में नेशनल हाइवे-8 पर हाथियों को प्राकृतिक आवास उपलब्ध कराने व पर्यटकों का आकर्षित करने हेतु हाथी गाँव बसाने का कार्य शुरू किया गया है।
पैलेस ऑन व्हील्स
- राज्य के राजसी ठाठ-बाट सहित विशेष सुविधाओं से युक्त पैलेस ऑन व्हील्स नामक शाही रेलगाड़ी का शुभारम्भ वर्ष 1982 में किया गया।
- रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स – 11 जनवरी 2009।
राजस्थान के प्रमुख महोत्सव
क्र. स. | महोत्सव | स्थान | तिथि |
---|---|---|---|
1. | अन्तराष्ट्रीय मरू महोत्सव | जैसलमेर | जनवरी – फरवरी |
2. | अन्तर्राष्ट्रीय थार महोत्सव | बाड़मेर | फरवरी – मार्च |
3. | तीज महोत्सव(छोटी तीज) | जयपुर | श्रावण शुक्ल तृतीया |
4. | कजली/बड़ी/सातूडी तीज | बूंदी | भाद्र कृष्ण तृतीया |
5. | गणगौर महोत्सव | जयपुर | चैत्र शुक्ल तृतीया |
6. | कार्तिक महोत्सव | पुष्कर, अजमेर | कार्तिक पूर्णिमा |
7. | वेणेश्वर महोत्सव | डुंगरपुर | माघ पूर्णिमा |
8. | ऊंट महोत्सव | बीकानेर | जनवरी |
9. | हाथि महोत्सव | जयपुर | मार्च |
10. | पतंग महोत्सव | जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर | जनवरी |
11. | बैलून महोत्सव | बाड़मेर | वर्ष में चार बार |
12. | मेवाड़ महोत्सव | उदयपुर | अप्रैल |
13. | मारवाड़ | जोधपुर | अक्टुबर |
14. | शरद कालीन महोत्सव | माउण्ट आबू | नवम्बर |
15. | ग्रीष्म कालीन महोत्सव | माउण्ट आबू | मई |
16. | शेखावटी महोत्सव | चुरू – सीकर – झुंझुनू | फरवरी |
17. | ब्रज महोत्सव | भरतपुर | फरवरी |
राजस्थान पर्यटन को मिला बर्लिन में सर्वश्रेष्ठ हेरिटेज डेस्टिनेशन का पुरस्कार
बर्लिन (जर्मनी) में चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन, आई.टी.बी. में राजस्थान पर्यटन को सर्वश्रेष्ठ हेरिटेज डेस्टिनेशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पेसेफिक एरिया ट्रैवल राइटर्स एसोसिएशन के बर्लिन में आयोजित वार्षिक पुरस्कार समारोह के दौरान राज्य की प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन श्रीमती श्रेया गुहा ने प्राप्त किया। राजस्थान पर्यटन द्वारा बर्लिन, जर्मनी में 6 से 10 मार्च तक चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन में भाग लिया जा रहा है। यह सम्मेलन विश्व का सबसे बड़ा पर्यटन मेला है, जिसमें 180 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा भाग लिया जाता है। राजस्थान पर्यटन द्वारा इस सम्मेलन में आकर्षक पैवेलियन की स्थापना कर पर्यटन क्षेत्र के निजी सहभागियों के साथ राजस्थान का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस सम्मेलन में श्रीमती श्रेयागुहा, प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन एवं श्रीमती पुनीता सिंह, संयुक्त निदेशक, पर्यटन द्वारा राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया जा रहा है।
राजस्थान में पर्यटन pdf 2020 -21 pdf
राजस्थान में पर्यटन महत्वपूर्ण तथ्य
- पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान न सिर्फ भारत, अपितु विश्व के पर्यटन मानचित्र पर अपना विशिष्ट स्थान रखता है।
- यहां देशी-विदेशी पर्यटकों हेतु अनेक आकर्षण के केन्द्र हैं। राज्य में पर्यटन के विशेष आकर्षण के केन्द्र शाही रेलगाड़ी जैसे पैलेस ऑन व्हील्स एवं रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स, किले, महल एवं हवेलियां, मेले एवं त्यौहार, ऐतिहासिक अतीत एवं शौर्य, पराक्रम व वीरता की गाथाएं,हस्तकलाएं, लोक संस्कृति, हैरिटेज होटल, एडवेन्चर ट्यूरिज्म, ग्रामीण एवं ईको ट्यूरिज्म, धार्मिक पर्यटन एवं मंदिरों की स्थापत्य कला, लोक संगीत एवं शास्त्रीय संगीत, नृत्य इत्यादि हैं।
- पर्यटन से रोजगार एवं राजस्व में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से वृद्धि होती है। साथ ही बहुमूल्य विदेशी मुद्रा का अर्जन तथा रोजगार के अवसरों में वृद्धि होती है।
- पर्यटन उद्योग के रूप में तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाला उद्योग बन चुका है।
- पर्यटन विश्व में सबसे बड़े उद्योग के रूप में उभरा है, जिसकी वृद्धि दर भी सर्वाधिक है। अन्य आर्थिक सेक्टरों की तुलना में पर्यटन में निवेश से सर्वाधिक प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रोजगार सृजित होता है।
- प्रदेश के आर्थिक विकास में पर्यटन के महत्त्व को देखते हुये राज्य सरकार ने पर्यटन विकास एवं पर्यटन को विकसित करने की दिशा में अनेक कारगर कदम उठाये हैं।
- राजस्थान में पर्यटन को व्यावसायिक स्वरूप दिया जा रहा है। वर्तमान में देश में आने वाला हर तीसरा पर्यटन राजस्थान आता है।
- राजस्थान में पर्यटन के विकास हेतु 1956 में पर्यटन विभाग एक स्वतंत्र विभाग के रूप में कार्यरत है।
- राजस्थान टुरिज्म का पहला लोगों:-ढोलामारू (1978)
- राजस्थान टूरिज्म का लोगों (प्रतीक चिन्ह):- पधारों म्हारे देश (पहले- ना जाने क्या दिख जाए)
- पधारों म्हारे देश लोगों को 1993 में ललित के पंवार द्वारा लांच कया गया।
- पर्यटन विभाग के नियंत्रण में दो सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम क्रमशः राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड एवं राजस्थान राज्य होटल निगम लिमिटेड तथा एक स्वायत्त संस्थान ‘राजस्थान पर्यटन और यात्रा प्रबन्ध संस्थान (रिटमैन)’ कार्यरत है।
- 2019 में (मार्च तक) 128.94 लाख पर्यटको ने (25 लाख विदेशी )ने राजस्थान भ्र्मण किया।
- वर्ष 2018 में राज्य में 90 लाखपर्यटक (जिसमें 17.15 लाख विदेशी) पर्यटको ने राजस्थान भ्रमण किया।
राजस्थान में पर्यटन विकास सम्बंधित प्रश्न उत्तर
1. राजस्थान में’ मरुत्रिकोण’ पर्यटक परिपथ में शामिल जिले कौनसे हैं?
(a) जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, बाड़मेर
(b) जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, झुंझुनूँ
(c) बाड़मेर, जोधपुर, जालौर, बीकानेर
(d) केवल जोधपुर, बीकानेर व जैसलमेर
Ans:-(a)
2. केन्द्र सरकार के भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग ने किस मंदिर को राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया है?
(a) ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर
(b) त्रिपुरा सुंदरी, बाँसवाड़ा
(c) रणकपुर जैन मंदिर, पाली
(d) करणी माता मंदिर, देशनोक
Ans:-(a)
3. प्रदेश के पहले मीरा संग्रहालय की स्थापना कहाँ पर की गई है?
(a) जयपुर में
(b) जैसलमेर में
(c) उदयपुर में
(d) चित्तौड़गढ़ में
Ans:-(c)
4. देश के पहले ‘स्कूल ऑफ वास्तु’ की स्थापना से संबंधित है?
(a) पुष्कर, अजमेर
(b) टोंक
(c) हनुमानगढ़
(d) कोटा
Ans:-(a)
5. राजस्थान में ‘डेजर्ट-फेस्टिवल’ (मरु-महोत्सव) कहाँ मनाया जाता है ?
(a) बाड़मेर
(b) जोधपुर
(c) जैसलमेर
(d) बीकानेर
Ans:-(c)
6. ‘कालबेलिया स्कूल ऑफ डांस’ कहां स्थापित किया गया था ?
(a) जयपुर
(b) कोटा
(c) जोधपुर
(d) भीलवाड़ा
Ans:-(a)
7. राज्य का पहला रोप वे कौनसे जिले में प्रारम्भ किया गया है?
(a) जोधपुर
(b) अजमेर
(c) जालौर
(d) बीकानेर
Ans:-(c)
8. बप्पारावल पैनोरमा किससे संबंधित है
(a) भीलवाड़ा
(b) झालावाड़
(c) सिरोही
(d) उदयपुर
Ans:-(d)
9. इंस्टीट्यूट ऑफ हैरिटेज कंजर्वेशन (विरासत संरक्षण संस्थान) कहाँ खोला गया है?
(a) चित्तौड़गढ़
(b) जयपुर
(c) जैसलमेर
(d) जोधपुर
Ans:- (b)
10. प्रदेश में होटल प्रबंधन संस्थान किन जिलों में संचालित है?
(a) जयपुर-उदयपुर
(b) जयपुर-जोधपुर
(c) कोटा-अजमेर
(d) अजमेर-जोधपुर
Ans:-(b)
11. प्रदेश के किन जिलों में ‘फूड क्राफ्ट इन्स्टीट्यूट’ संचालित हैं?
(a) जयपुर-जोधपुर
(b) धौलपुर-दौसा
(c) अजमेर-उदयपुर
(d) कोटा-बूँदी
Ans:-(a)
12. पर्यटन के नवीन आयामों में जो शामिल नहीं है, वह कौनसा है?
(a)साहसिक पर्यटन
(b) शहरी पर्यटन
(c) ग्रामीण पर्यटन
(d) सहकारी पर्यटन
Ans:-(b)
13. शेखावाटी की कलात्मक हवेलियों की देशी-विदेशी पर्यटकों को सैर कराने हेतु उत्तरी-पश्चिमी रेलवे द्वारा मीटर गेज पर पुराने भाप के इंजन से चलने वाली 2003 में प्रारंभ की गई पर्यटन रेलगाड़ी का नाम क्या है?
(a) राजस्थानी क्वीन
(b) शेखावाटी एक्सप्रेस
(c) विलेज ऑन व्हील्स
(d) फेरी क्वीन
Ans:-(d)
14. निम्न में से किन दुर्गों को जून, 2013 में यूनेस्को की वर्ल्ड हैरिटेज साइट सूची में शामिल किया गया है?
(a) चित्तौड़गढ़ व कुंभलगढ़ दुर्ग
(b) रणथम्भौर व गागरोन दुर्ग
(c) आमेर व जैसलमेर दुर्ग
(d) उपरोक्त सभी
Ans:-(d)
15. बूँदी मुख्यालय पर स्थापित किए गए नवीन संग्रहालय को पर्यटकों के लिए कब खोला गया?
(a) 16 जुलाई, 2016
(b) 16 जून, 2016
(c) 10 जून, 2016
(d) 21 जून, 2016
Ans:-(b)
16. राज्य में एडवेंचर टूरिज्म के लिए कौन से स्थान को पैराग्लाइडिंग के लिए राज्य का पहला स्पॉट चुना गया है
(a) सज्जनगढ़ पर्वत, उदयपुर
(b) हर्ष पर्वत, सीकर
(c) नाग पहाड़ियाँ, अजमेर
(d) गोगुन्दा की पहाड़ियाँ, उदयपुर
Ans:-(b)
17. दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक हवाई तीर्थयात्रा योजना का शुभारंभ किया गया ?
(a) 28 जनवरी, 2016
(b) 26 जनवरी, 2018
(C) फरवरी, 2017
(d) 25 मार्च, 2015
Ans:-(c)
18. राजस्थान की प्राचीन हवेलियों एवं किलों में संरक्षित समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से पर्यटकों को परिचित कराने एवं उन्हें आवास सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रारंभ की गई योजना कौनसी है?
(a) हाड़ौती कॉम्पलैक्स योजना
(b) हैरिटेज ऑन व्हील्स योजना
(c) हैरिटेज होटल योजना
(d) पेइंग गेस्ट योजना
Ans:-(c)
19. दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत हवाई मार्ग से यात्रा के लिए न्यूनतम आयु सीमा 70 वर्ष से घटाकर की गई है?
(a) 68
(b) 65
(c) 63
(d) 60
Ans:-(b)
20. दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना राज्य के किस विभाग द्वारा संचालित की जा रही है ?
(a) देवस्थान विभाग
(b) राजस्थान पर्यटन विकास निगम
(c) पर्यटन विभाग
(d) पुरातत्व विभाग
Ans:-(a)
21. गोविन्द गुरु राष्ट्रीय जनजाति संग्रहालय की स्थापना से संबंधित है?
(a) मानगढ़ धाम (बाँसवाड़ा)
(b) कमेरी (राजसमंद)
(c) आसपुर (डूंगरपुर)
(d) मांडवा (डूंगरपुर)
Ans:-(a)
22. ‘उदयपुर’ में स्थित ‘शिल्पग्राम’ में किन राज्यों की ग्राम्य संस्कृति परिवेश का संगम प्रदर्शित है?
(a) महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश
(b) राजस्थान, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात
(c) गोवा, जयपुर, गुजरात
(d) गोवा, पंजाब, उत्तरप्रदेश
Ans:-(b)
23.राजस्थान की शाही पर्यटन रेलगाड़ी ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ को बड़ी लाइन पर कब से प्रारंभ किया गया है?
(a) जनवरी, 2007
(b) जनवरी, 2006
(c) सितम्बर, 2006
(d) जनवरी, 2005
Ans:-(c)
24. राजस्थान में अल्पसंख्यकों से जुड़े एतिहासिक स्थलों, स्मारकों, भवनों आदि का विकास करने की घोषणा किस योजना के तहत की गई ?
(a) हमारी धरोहर योजना
(b) प्रसाद योजना
(c) स्वदेश दर्शन योजना
(d) अपनी धरोहर योजना
Ans:-(a)
25. राजस्थान का प्रथम हैरिटेज होटल कहाँ है?
(a) लालगढ़ पैलेस, बीकानेर
(b) सामोद पैलेस, जयपुर
(c) अजीत भवन, जोधपुर
(d) सारस पैलेस, भरतपुर
Ans:-(c)
26.’रोप वे’ के लिए चर्चित ‘दूध तलाई’ कहाँ पर स्थित है?
(a) उदयपुर
(b) दौसा
(c) जयपुर
(d) जोधपुर
Ans:- (a)
27. सांस्कृतिक धरोहर सेवावाहिनी योजना प्रारम्भ करने वाला राजस्थान देश का कौनसा राज्य है?
(a) प्रथम
(b) सप्तम
(c) पंचम
(d) चतुर्थ
Ans:-(a)
28. राजस्थान में केन्द्र सरकार की मदद से विजिटर्स सेंटर फॉर इकोलॉजी पार्क की स्थापना से संबंधित है ?
(a) लीला सेवड़ी (पुष्कर)
(b) अथूणा (बाँसवाड़ा)
(c) गोगुन्दा (उदयपुर)
(d) इनमें से कोई नहीं
Ans:-(a)
29. राजस्थान में पहली बार पर्यटन पर अन्तर्राष्ट्रीय मेला ‘इन्वेस्ट्यूर’ नाम से कब आयोजित हुआ?
(a) 1995 (जयपुर)
(b) 1996 (पाली)
(c) 1995 (उदयपुर)
(d) 1997 (जालौर)
Ans:-(a)
30.राजीव गाँधी पर्यटन विकास मिशन की स्थापना किस वर्ष की गई ?
(a) 2002
(b) 2004
(c) 2003
(d) 2001
Ans:-(d)