चित्तौड़गढ़ दुर्ग
10
स्थिति :
चित्तौड़गढ़
निर्माण :
चित्रांगद मौर्य (7 वीं सदी )
पुनः निर्माण :
महाराणा कुंभा
श्रेणी :
गिरी ( मेसा के पठार पर स्थित )
नदियाँ :
गंभीरी तथा बेडच
9
उपनाम :
राजस्थान का गौरव , दक्षिण का प्रहरी , चित्रकूट दुर्ग , स्वाभिमानी दुर्ग
8
आकृति :
व्हेल मछली के समान
प्रवेश द्वार :
सर्पिलाकार
2 किमी . लम्बा तथा 8 किमी . चौड़ा दुर्ग
राजस्थान का सबसे बड़ा living fort
7
इस दुर्ग के कुल 8 प्रवेश द्वार है -
पाडन पोल , भैरव पोल , राम पोल , लक्षमण पोल , हनुमान पोल , सूरज पोल , जोड़ला पोल
6
दुर्ग के पीछे का छोटा प्रवेश द्वार लाखेटा की बारी कहलाता है
5
राजस्थान का सर्वाधिक शाकों (जौहर + केसरिया ) वाला किला [3 }
4
चित्तौड़गढ़ के 3 शाके -
(1 )
26 अगस्त 1303
केसरिया -
रावल रतनसिंह
जौहर -
रानी पद्मिनी
आक्रमण -
अलाउदीन खिलजी
( राजस्थान का सबसे बड़ा शाका )
3
चित्तौड़गढ़ के 3 शाके -
(2 )
1534 ई .
केसरिया -
रावत बाघसिंह
जौहर -
रानी करनावती
आक्रमण -
बहादुर शाह
2
चित्तौड़गढ़ के 3 शाके -
(3 )
1567 - 68 ई .
केसरिया -
जयमल , फतेसिंह
जौहर -
फुलकंवर
आक्रमण -
अकबर
1
दुर्ग में विभिन्न दर्शनीय स्थल -
पद्मिनी महल , गोरा बादल महल , घोसुण्डी बावड़ी , विजय स्तंभ , श्रृंगार चंवरी , काली माता मंदिर , तुलजा भवानी मंदिर
इसी तरह की गवर्नमेंट जॉब एजुकेशन के न्यू अपडेट के लिए हमारे ग्रुप ज्वाइन करें
Join Telegram Group
Join Whatsapp Group
Arrow
Arrow
Thanks For Reading
Next: भानगढ़ दुर्ग , अलवर
Find Out More