शीश महल राजस्थान के जयपुर नगर में स्थित आमेर की ख़ूबसूरत इमारत है। यह महल 'दर्पण हॉल' के नाम से लोकप्रिय है।
9
Drama
शीश महल 'जय मंदिर' का एक हिस्सा है, जो बेहद ख़ूबसूरती से दर्पणों से सजाया गया है। छत और दीवारों पर लगे शीशे के टुकड़े, प्रकाश पड़ने पर प्रतिबिंबित होते हैं और चमक पूरे महल में फैल जाती है।
8
Drama
स्थान :-आमेर, जयपुरनिर्माणकाल :-1623निर्माणकर्ता :-जयसिंह
7
Drama
हिन्दी फ़िल्म 'मुग़ल-ए-आज़म' के मशहूर गीत "जब प्यार किया तो डरना क्या" में शीश महल की खूबियों को बखूबी उजागर किया गया है।
6
Drama
यदि इस महल में अंधेरे में मोमबत्ती जलाई जाए तो चारों ओर लाखों प्रकाश-पुंज जगमग हो जाते हैं। यही इस महल की ख़ूबसूरती और विशेषता है।
5
Drama
शीश महल का निर्माण 1623 ई. में करवाया गया था। महल में लगे हुए शीशों को बेल्जियम से आयात किया गया था।
4
Drama
चालीस खंभों पर टिकी इस शानदार इमारत के शीशे के टुकड़ों को बहुत ही सुंदर भित्ति चित्रकला के अनुरूप सजाया गया है। इन शीशों की संख्या लाखों में आंकी जाती है।
3
Drama
यह भवन 2 मंजिला है , भूतल पर बना जयमंदिर कहलाता है तथा प्रथम मंजिल पर बने भवन को जसमंदिर कहा जाता है |
2
Drama
इसके सामने बुखारा उद्यान स्थित है |
1
Drama
कवि बिहारी ने शीशमहल को दर्पण धाम कहा ||
इसी तरह की गवर्नमेंट जॉब एजुकेशन के न्यू अपडेट के लिए हमारे ग्रुप ज्वाइन करें